वेनेज़ुएला तट के पास अमेरिका ने जप्त किया तेल वहाक जहाज़... वेनेज़ुएला ने बताया समुद्री डकैती... इरान ने भी की निंदा !
वेनेज़ुएला के तट के पास एक प्रतिबंधित तेल टैंकर को अमेरिकी बलों ने जब्त किया, और अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या अमेरिका को ऐसा करने का कानूनी हक था?
अमेरिका का कहना है कि टैंकर सालों से उसके प्रतिबंधों में फंसा हुआ था और ईरान–वेनेज़ुएला के बीच “ग़ैर-कानूनी तेल” ले जा रहा था। अमेरिकी एजेंसियों के मुताबिक यह जहाज़ एक “स्टेटलेस शिप” था — यानी किसी मान्यता प्राप्त देश का रजिस्ट्रेशन नहीं, और ऐसी स्थिति में अंतरराष्ट्रीय समुद्री कानून (UNCLOS) किसी भी देश को कार्रवाई की छूट देता है। इसी बात पर अमेरिका अपनी कार्रवाई को “वैध” बताता है।
लेकिन अंतरराष्ट्रीय क़ानून के जानकार इसे इतना साफ नहीं मानते। उनका कहना है कि—
अमेरिका के एकतरफा प्रतिबंध सिर्फ़ उसके अपने अधिकार क्षेत्र में लागू होते हैं।
जब तक UN सुरक्षा परिषद कोई प्रतिबंध मंज़ूर न करे, उसे दुनिया भर में लागू करना अंतरराष्ट्रीय नियमों से बाहर माना जाता है।
और अगर टैंकर वेनेज़ुएला के अधिकार क्षेत्र के पास था, तो यह उसकी संप्रभुता का उल्लंघन भी हो सकता है।
इसी वजह से वेनेज़ुएला ने इस कदम को “अंतरराष्ट्रीय चोरी” और “समुद्री डकैती” कहा है।
ईरान की प्रतिक्रिया
ईरान ने भी इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की है। तेहरान का कहना है कि
अमेरिका अपनी शक्ति का “ग़लत इस्तेमाल” कर रहा है,
तेल व्यापार पर अमेरिकी दबाव “ग़ैर-कानूनी और अवैध” है,
और यह कदम अंतरराष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा के लिए ख़तरनाक मिसाल पैदा करता है।
कुल मिलाकर यह मामला समुद्री कानून, वैश्विक प्रतिबंधों और देशों की संप्रभुता को लेकर गंभीर अंतरराष्ट्रीय बहस खड़ी कर रहा है, जिसका असर आगे की नीतियों पर भी पड़ सकता है।
( अल-जज़ीरा से सभार )
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