दुश्मन के दुष्प्रचार के खिलाफ तैयार रहने की जरूरत: आयतुल्ला खामेनेई
तेहरान।
ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला सैयद अली खामेनेई ने कहा कि आज दुश्मन सीधे युद्ध नहीं कर रहा, बल्कि मीडिया और गलत प्रचार के ज़रिये लोगों के दिमाग और दिलों पर हमला कर रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे माहौल में देश को मजबूत मीडिया तैयारी और सही रणनीति अपनानी होगी।
वे गुरुवार को दक्षिणी तेहरान के इमाम खुमैनी हुसैनिया में लेडी फ़ातिमा ज़हरा (स. अ. )की पैदाइश के मौके पर अहले बैत (अ.स.) के चाहने वालों के साथ हुई बैठक में बोल रहे थे।
खामेनेई ने कहा कि राष्ट्रीय प्रतिरोध का मतलब है—सैन्य, आर्थिक, राजनीतिक या मीडिया—किसी भी तरह के दबाव के सामने डटे रहना। उन्होंने कहा कि पश्चिमी मीडिया और राजनीति का दबाव सिर्फ इतना नहीं कि वे देशों पर अपना असर बढ़ाएं, बल्कि वे लोगों की जीवनशैली से लेकर पहचान तक बदलने की कोशिश करते हैं।
उन्होंने कहा कि एक सदी से भी ज्यादा वक्त से दुनिया की बड़ी ताकतें ईरान की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को बदलने की कोशिश करती रही हैं, लेकिन इस्लामी क्रांति ने उन योजनाओं को नाकाम कर दिया। आज भी ईरानी लोग मजबूती से खड़े हैं और दुश्मन की हर चाल को नाकाम कर रहे हैं।
आयतुल्ला खामेनेई ने कहा कि आज ईरान सिर्फ किसी सैन्य खतरे में नहीं है, बल्कि एक बड़े मीडिया युद्ध का सामना कर रहा है। “दुश्मन को पता है कि इस मुल्क को हथियारों से नहीं झुकाया जा सकता, इसलिए अब वह दिमागों को निशाना बना रहा है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने उन लोगों को चेतावनी दी जो जानबूझकर नए युद्ध की अफवाहें फैलाते हैं और लोगों में डर पैदा करते हैं। उन्होंने कहा कि ये कोशिशें सफल नहीं होंगी।
खामेनेई ने कहा कि दुश्मन का असली लक्ष्य है—इस्लामी क्रांति की सोच और इमाम खुमैनी की याद को खत्म करना। उन्होंने साफ कहा कि इस पूरे मोर्चे की अगुवाई अमेरिका कर रहा है, उसके साथ कुछ यूरोपीय देश भी हैं, और कुछ मौक़ापरस्त लोग भी इस अभियान में शामिल हैं।
[ इर्रना से सभार ]
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