मनपा चुनावों की घोषणा के बीच एमआईएम को बड़ा झटका, मुंबई कार्याध्यक्ष फारूक शाब्दी का इस्तीफा
[ सिटिज़न सारांश ] राज्य में नगर निगम चुनावों की घोषणा होते ही सियासी सरगर्मी तेज़ हो गई है। कुल 29 महापालिकाओं के चुनाव कार्यक्रम सामने आते ही ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) ने भी अपनी चुनावी रणनीति को आक्रामक रूप देना शुरू कर दिया है। पार्टी ने पहली बार राज्यभर की स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं में अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला लिया है। पिछले बारह वर्षों तक एमआईएम की राजनीति मुख्यतः शहरी विधानसभा क्षेत्रों तक सीमित रही थी, जिसमें नांदेड और तत्कालीन औरंगाबाद (अब छत्रपति संभाजीनगर) प्रमुख रहे।
2025 की ग्राम पंचायत और नगर परिषद चुनावों में एमआईएम ने उल्लेखनीय प्रदर्शन करते हुए एक नगराध्यक्ष और करीब 82 नगरसेवक निर्वाचित कराए थे। इसी कड़ी में अब औरंगाबाद, जालना, नाशिक, धुळे, मुंब्रा, नांदेड और मुंबई सहित कई शहरों में उम्मीदवारों की सूची घोषित की गई है। पार्टी ने अब तक कुल 79 उम्मीदवारों की घोषणा की है, जिनमें औरंगाबाद से 12, नांदेड से 20, धुळे से 15, जालना से 8, मुंबई से 7, मुंब्रा से 5 और अन्य शहरों से उम्मीदवार शामिल हैं।
इसी बीच एमआईएम को बड़ा झटका देते हुए प्रदेश कार्याध्यक्ष फारूक शाब्दी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सोलापुर निवासी फारूक शाब्दी का यह कदम ऐसे समय पर आया है, जब पार्टी की चुनावी घोड़दौड़ तेज़ मानी जा रही थी। उनके इस्तीफे से पार्टी के भीतर खलबली मच गई है और राजनीतिक हलकों में इसके दूरगामी असर को लेकर चर्चा तेज हो गई है
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