वक्फ बोर्ड संशोधन अधिनियम को लेकर संयुक्त संसदीय समीति की कार्य पध्दति पर मुसलमानो मे रोष... दैनिक सिटिज़न सारांश ने टटोला जनमानस का रुझान !

Jan 28, 2025 - 21:34
Jan 29, 2025 - 02:10
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वक्फ बोर्ड संशोधन अधिनियम को लेकर संयुक्त संसदीय समीति  की  कार्य पध्दति पर मुसलमानो मे रोष... दैनिक सिटिज़न सारांश  ने  टटोला जनमानस का रुझान  !

वक्फ बोर्ड संशोधन अधिनियम को लेकर, केंद्रीय संयुक्त संसदीय समिती ( JPC ) मिटींग मे एक तर्फा लिए गए निर्णय को लेकर मुस्लिम समाज मे बडे पैमाने पर रोष पाया जा रहा है!

ज्ञात रहे कि मंगलवार को संपन्न हुई इस बैठक मे कुल 44 संशोधन रखे गए थे जिन्हे ख़ारिज करते हुए समिती के अध्यक्ष जगदबिंका पाल ने केवल 14 संशोधनो को मंजुर दी! अब इस बिल को कानून बनाने के लिए लोक सभा मे रखा जाएगा!

दैनिक सिटिज़न सारांश ने वक्फ बोर्ड संशोधन अधिनियम को लेकर मुस्लिम समुदाय की भावनाओ को टटोलने का प्रयास किया है!

  AIMIM नेता नासेर सिद्दीकी ने कडे शब्दो मे निषेध व्यक्त करते हुए कहा! रेल,तेल, जहाज, पोर्ट सब कुछ इस सरकार ने बेच दिया है! अब सरकार की वक्र दृष्टी वक्फ की ज़मिनो पर पडी है! क्यों कि बेचने के लिए अब सरकार के पास कुछ बचा ही नही है! हमारी पार्टी की ओर से सांसद असदुद्दीन अवैसी ने JPC की बैठक मे अपनी ओर से विरोध दर्ज करने का भरकस प्रयास किया लेकिन उनकी आवाज को दबा दिया गया! जल्द ही हमारी पार्टी इस मुद्दे को लेकर जनता के बिच जाएगी!

काँग्रेस के शहर अध्यक्ष शेख युसुफ ने केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल खडा करते हुए कहा ये सब वक्फ को बर्बाद करने के लिए किया जा रहा है! वक्फ के मुद्दे को ठिक दिल्ली चुनाव के समय ला कर सरकार ध्रुवि करण की राजनिती कर रही है! सरकार के पास जनता के बिच जाने का कोई मुद्दा बचा नही है ! काँग्रेस इस का शूरू से विरोध करते आई है! 

समाज सेवक राधाकिशन पंडित ने कहा सरकार संशोधन के माध्यम से संविधान का गला घोट रही है! ये मुद्दा वक्फ बचाने भर का नही है! संविधान बचाने का है! 

इस समय लोकतंत्र मे आस्था रखने वाली सभी पार्टीयो को एक जुट होकर संविधान की रक्षा के लिए खडे हो ना चाहिए!

अंजुमन-ए-क़ादिमुल मासुमीन के सेक्रेटरी अज़हर हुसैन ज़ैदी उर्फ अज्जु लिडर का कहेना है सरकार को हमारी आस्थाओ के केंद्र इमाम बाडे, आशुरख़ाने, मस्जिदो, आदी को अपनी धृविकरण की राजनिती के भेंट चढाने से परहेज़ करना चाहिए! शिया समाज एक शांतिप्रिय समाज है, हम इस विषय पर नज़र बनाए हुए है ! आवश्यक होगा तो हम संवैधानिक लढाई लढने के साथ साथ सडक पर उतर कर अपनी आवाज जनता के दरबार मे उठाएंगे !

बिबिका मक़बरा के मुतवल्ली शेख फैसल ने सारांश को प्रतिक्रिया देते हुए कहा jPC की बैठक मे जिस तरह विपक्षी 

सांसदो की आवाज को दबाया गया! विपक्ष की बात नही सुनी

गई ये लोकतांत्रिक परंपरा के विरूद्ध है! हम इस का निषेध करते है! संशोधन के बहाने एक समुदाय विषेश के मन मे डर घबराहाट बैठाने का प्रयास है, और ये सब दिल्ली चुनावो के चलते किया जा रहा है!

महाराष्ट्र शिया वक्फ बचाओ संघर्ष कृति समिती के संयोजक तथा जेष्ठ पत्रकार अली रज़ा आबेदी ने बताया, कानुन मे समय के साथ संशोधन एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है! लेकिन इस प्रक्रिया को जिस तरिके से किया जा रहा है वह लोकतांत्रिक परंपरा के ख़िलाफ है! संदेह पैदा होता है कि सरकार की करनी और कथनी मे फर्क है! महाराष्ट्र प्रदेश शिया वक्फ बचाओ संघर्ष कृतिसमिती के माध्यम से लोकतंत्र मे विश्वास रखने वाले राजनीतिक दलो से आहवान करता हुं ! संसद मे इस बिल का जोरदार विरोध करे! साथ साथ मै प्रधान मंत्री मोदी से निवेदन करता हुं , प्रस्तावित संशोधनो को या फिर संसद मे आने वाले बिल को लेकर सत्ता पक्ष की ओर से जिस तरह बयान बाज़ी की जा रही है उसे रोके! सरकार का मंशा, नियत साफ हो सकती है लेकिन फालतु की बयान बाज़ियो से ग़लत फहेमिया बढती है ! 

 

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