निवासी उप ज़िला अधीकारी विनोद खिरोळकर का खेल खतम... पांच लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ धरेगए सहाब

संभाजीनगर (औरंगाबाद), 27 मई 2025: महसूल विभाग में उस समय हड़कंप मच गया, जब निवासी उपजिल्हाधिकारी (RDC) विनोद खिरोळकर को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। इस घटना ने पूरे जिले में सनसनी फैला दी है। इससे पहले 15 मई को अपर तहसीलदार नितिन गर्जे के खिलाफ भी ACB ने छापेमारी की थी, जिससे विभाग में भ्रष्टाचार की गहरी जड़ें उजागर हो रही हैं।क्या है मामला?जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता अपनी जमीन को वर्ग-2 से वर्ग-1 में परिवर्तित करवाना चाहता था। इस काम के लिए निवासी उपजिल्हाधिकारी विनोद खिरोळकर ने शिकायतकर्ता से 41 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। इसमें से 23 लाख रुपये पहले ही ले लिए गए थे। इसके बावजूद, खिरोळकर ने 18 लाख रुपये की और मांग की। शिकायतकर्ता की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए ACB ने जाल बिछाया और खिरोळकर को 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। इस कार्रवाई में अव्वल कारकून त्रिभुवन भी शामिल था, जिसके माध्यम से रिश्वत ली जा रही थी।महाराष्ट्र में बढ़ता भ्रष्टाचारयह घटना महाराष्ट्र में कर्मचारियों से लेकर अधिकारियों तक भ्रष्टाचार के बढ़ते मामलों को दर्शाती है, जो चिंता का विषय है। ACB ने इस मामले में विनोद खिरोळकर को हिरासत में ले लिया है और आगे की जांच जारी है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ एक कड़ा संदेश देती है, लेकिन साथ ही यह सवाल भी उठता है कि क्या प्रशासनिक तंत्र में सुधार की जरूरत है?
What's Your Reaction?






