इराक़ कर्बला से औरंगाबाद पहोंचा शबिहे (गहेवारा ) झुला अली असग़र अ.स. मोमनिन से ज़ियारत की गुज़ारिश

हज़रत इमाम हुसैन अ.स. ने जब कर्बला के मैदान मे " हल मिन नासेरो यनसरना" है कोई मेरी मदत करने वाला की सदा बलंद की, तब छे महिने के मासुम अली असग़र अ.स. ने अपने आप को झुलेसे गिरा दिया! इसी की याद मे शिया महोर्रम मे गहेवारा-ए-अली असग़र अ.स. बरामद करते है!
शबीहे गहेवारा-ए-अली असग़र अ.स. (झुला) कर्बला इराक़ से, औरंगाबाद छत्रपती संभाजीनगर मे आ चुका है!
मोमिनीन से गुज़ारिश है, झुला अली असग़र अ.स. ज़ियारत के लिए निसार मामु के आशुरख़ाना किराडपुरा मे रख्खा गया है! दौराने मजलिस दोपहर 3 बजे तक आप झुले की ज़ियारत कर सकते है!
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