औरंगाबाद पुर्व विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र... दोस्त बनके दुष्मन से बदला चुका, दिल मे जो भी हो ख़ुलासा मत कर...?

Nov 16, 2024 - 00:03
Nov 16, 2024 - 00:27
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औरंगाबाद पुर्व विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र...  दोस्त बनके दुष्मन  से बदला चुका, दिल मे जो भी  हो ख़ुलासा  मत  कर...?

उर्दू के प्रसिद्ध शायर जिगर मुरादाबादी का शेर है ! " दोस्त बनके दुष्मन से बदला चुका, दिल मे जो भी हो खुलासा मत कर " औरंगाबाद पुर्व विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र पर ये अशार बडे सटीक बैठते है ! क्षेत्र का मतदाता सिधे सिधे खुलासा करने के लिए राज़ी नही है !

इस विधानसभा क्षेत्र से पुर्व मंत्री अतुल सावे और पुर्व सांसद इम्तियाज़ जलील, महानगरपालिका के पुर्व विपक्ष के नेता अफसर खान और AlMlM के पुर्व प्रदेश कार्याध्यक्ष डाॅक्टर ग़फ्फार काद्री जैसे दिग्गज चुनाव मैदान मे है ! इन के अलावा महाविकास आघाडी से लहु शेवाले, मराठा उम्मीदवार पांडुरंग तायडे के मैदान मे ताल ठोकने के कारन मुकाबला बडा रोचक होगया है ! इस विश्लेशन मे पिछले चुनावी प्रतिशत या मतदाताओ के जाती निहाय आकडे बताकर हमे अपनी विद्वत्ता सिद्ध नही करना है ! आम शब्दो मे हम वही बात करेंगे जो हमने लोगो से चर्चा के दौरान महेसुस की है! शायद हमारी बाते कुछ लोगो को पसंद ना आए! 

सबसे पहेले चर्चा करते है माविआ के लहु शेवाले से काँग्रेस के निष्ठावान है, जन संपर्क अच्छा है जातिय समीकरण की बात करे तो धनगर समाज से आते है ! मतदाताओ का मान ना है एक भले मानुस को बली का बकरा बना दिया गया है, इस की सब से बडी वजह है ! मराठा उम्मीदवार पांडुरंग तायडे ! जरांगे समर्थक रहे तायडे अतुल सावे के भी गले की फांस बन गए है ! मराठा समाज अपने मन मे अच्छी तरह ये बात बैठा चुका है ! अतुल सावे के गार्जियन मिनिस्टर रहेते मराठा आंदलको पर लाठी चार्ज हुआ था! मरठा और धनगर समाज के मतो के विभाजन का बहोत बडा असर सावे पर पडने वाला है! लेकिन यहां मतदाताओ के पास सेकंड चाॅइस नही है ! बटेंगे, कटेंगे वाला फॅक्टर चलता है तो इसका फायदा अतुल सावे को हो सकता है ! 

चर्चा के दौरान इस पाॅकेट से इम्तियाज जलील को फायदा मिलता दिख रहा है ! जलील का जरांगे से मिलना मरठा आरक्षण को समर्थन देना ! धनगर आरक्षण के लिए आवाज उठाना और आदर्श घोटले के पिडीतो के लिए मैदान मे उतरना जलील के लिए प्लस पाॅइंट बनाते है ! दुसरी तरफ जलील को उनके अपने होम पिच पर डाॅक्टर ग़फ्फार क़ाद्री और अफसर खान से कडी टक्कर मिलती दिख रही है ! साथ ही साथ पिछली बार दलित मतदाता भी जलील के साथ था जो इस बार वंचित बहुजन आघाडी के उम्मीदवार अफसर खान के मैदान मे आनेसे छिटक सकता है! अफसर खान इस क्षेत्र के किराडपुरा संभाग से नगरसेवक भी रहे है! मतदाताओ से अच्छा संपर्क रहा है! अब चर्चा करते है AlMlM के पुर्व प्रदेश कार्याध्यक्ष रहे डाॅक्टर ग़फ्फार क़ाद्री की दो बार इसी निर्वाचन क्षेत्र से अल्प मतो से विधायक बनते बनते रहे गए है ! AlMlM के साथ आरंभ से जुडे डाॅक्टर ग़फ्फार क़ाद्री को पार्टी ने इस बार टिकट नही दिया! आझाद उम्मीदवार की हैसियत से चुनावी मैदान मे उतरे डाॅक्टर सहाब को समाजवादी पार्टी ने अपना समर्थन दिया, अब वे समाजवादी पार्टी समर्थित उम्मीदवार की हैसियत से चुनावी मैदान मे है! चुनाव के आरंभ मे डाॅक्टर सहाब बडे अलग थलग पडे, अपना टिकट काटने के लिए इम्तियाज जलील को टार्गेट करते नज़र आते थे! जिसके चलते ये लडाई डाॅक्टर सहाब बनाम इम्तियाज जलील लगने लगी थी! उन्हे जल्द ही अपनी गल्ती समज मे आई और उन्होने समाजवादी पार्टी का समर्थन के अलावा मौलाना सज्जाद नोमानी के समर्थन वाली लिस्ट मे अपना नाम दर्ज कराकर एक जोरदार कम बॅक किया है ! जरांगे फॅक्टर और सज्जाद नोमानी का कितना असर चुनाव पर पडेगा ये तो वक़्त ही बताएगा! हमने तो आपको वही बताया है जो मतदाताओ के बिच चर्चा है ! क्यों कि हम बोलेगा तो बोलोगे के बोलता 

है ...

अली रज़ा आबेदी 

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