पाकिस्तान में भगत सिंह को आतंकवादी कहे जाने पर कानूनी नोटिस, 50 करोड़ का हर्जाना मांगा गया
शहीद-ए-आज़म भगत सिंह को आतंकवादी कहने के मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है। भगत सिंह मेमोरियल फाउंडेशन ने पाकिस्तान के पूर्व सैन्य अधिकारी और मेट्रोपॉलिटन कॉरपोरेशन लाहौर के जनसंपर्क अधिकारी तारिक मजीद को कानूनी नोटिस भेजा है। इस नोटिस में भगत सिंह को आतंकवादी कहने पर बिना शर्त माफी मांगने और 50 करोड़ रुपये का हर्जाना देने की मांग की गई है !
यह नोटिस भगत सिंह मेमोरियल फाउंडेशन के वकील खालिद जमा खान के माध्यम से भेजा गया। नोटिस में फाउंडेशन ने स्पष्ट किया कि भगत सिंह, जिन्होंने भारत की आजादी के लिए अपनी जान दी, को आतंकवादी कहना स्वतंत्रता संग्राम के नायकों का अपमान है !
फाउंडेशन ने नोटिस में माफी के साथ-साथ 50 करोड़ रुपये का हर्जाना मांगा है। उनका कहना है कि यह रकम भगत सिंह की गरिमा और स्वतंत्रता संग्राम के योगदान का प्रतीक है !
यह मामला भारत और पाकिस्तान दोनों में चर्चा का विषय बन गया है। सोशल मीडिया पर लोग भगत सिंह को आतंकवादी कहे जाने की निंदा कर रहे हैं। वहीं, कई लोग फाउंडेशन द्वारा उठाए गए इस कदम की सराहना कर रहे हैं।
यह विवाद सिर्फ एक कानूनी लड़ाई नहीं है, बल्कि यह ऐतिहासिक नायकों के प्रति सम्मान और उनके योगदान की मान्यता का विषय भी है। देखना यह होगा कि पाकिस्तान के पूर्व सैन्य अधिकारी इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।
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