महाराष्ट्र सरकार का अद्भुत "जुगाड़" - 10वीं के छात्रों की निकल पड़ी!
( सारांश पाठशाला ) :- महाराष्ट्र में चुनावी मौसम है, और सरकार वोटों की फसल काटने के लिए एक से एक जुगाड़ भिड़ा रही है! प्यारी बहना के बाद अब सरकार की नजरें अपने प्यारे भांजे-भांजियों पर पड़ गई हैं! गणित और साइंस से घबराने वाले छात्रों के लिए सरकार ने एक ऐसा दिलासा देने वाला फैसला लिया है, जो सुनते ही छात्रों की बल्ले-बल्ले हो गई।
अब तीन पहियों पर चल रही सरकार को इन नाबालिग छात्रों से तो सीधा फायदा नहीं मिलेगा क्योंकि वो अभी वोटर नहीं हैं, लेकिन उनके माता-पिता ज़रूर सरकार की इस दयालुता से खुश होकर ‘तीपहिया सरकार’ को एक और मौका दे सकते हैं! शायद यही सोचकर हमारे नीति-निर्माताओं ने ये बड़ा कदम उठाया होगा।
आइए, अब इस महा-फैसले की बात करते हैं। सरकार ने ऐलान किया है कि अब 10वीं के छात्र गणित और साइंस में सिर्फ 20-20 नंबर लेकर भी पास हो जाएंगे। और हां, इतने में भी वो 11वीं में एडमिशन लेने के योग्य हो जाएंगे। सरकार का कहना है कि ये फैसला छात्रों से परीक्षा का तनाव कम करने के लिए किया गया है।
लेकिन, भाई, इस फैसले ने शिक्षा जगत में खलबली मचा दी है। कुछ शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि गणित और साइंस छात्रों की तर्कशक्ति और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ाते हैं, और उनका इस तरह ‘मूल्य-निर्धारण’ करना सही नहीं है।
लेकिन सरकार तो ठहरी जुगाड़ू, छात्रों के लिए ‘कम नंबर, ज्यादा मौज’ का यह फॉर्मूला शायद आने वाले चुनावों में माता-पिता को भा जाए!
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