उच्च न्यायालय के आदेश का सन्मान, आज का महाराष्ट्र बंद नहीं, मां- बहेनो की सुरक्षा के लिए उध्व ठाकरे उतरेंगे रास्ते पर !
उच्च न्यायालय ने शनिवार के बंद को अवैध करार दिए जाने के बाद, शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस और कांग्रेस ने बंद वापस लेने का निर्णय लिया है। इसके बाद उद्धव ठाकरे ने भी बंद वापस लेने का फैसला किया, लेकिन उन्होंने घोषणा की कि वह शनिवार को खुद सड़क पर उतरेंगे। बंद नहीं होगा, लेकिन हर गांव और हर शहर में काली पट्टी बांधकर विरोध करेंगे, आंदोलन करेंगे, ऐसा उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को ऐलान किया। शुक्रवार दोपहर को बंद किए जाने की घोषणा करने के बाद, उन्होंने न्यायालय के फैसले के संदर्भ में शाम को फिर से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी भूमिका स्पष्ट की। कल महाविकास आघाड़ी के नेता काली पट्टी बांधकर विरोध करेंगे। मैं कल सुबह 11 बजे शिवसेना भवन के सामने चौक में मुंह पर काली पट्टी बांधकर बैठूंगा। इसे कोई रोक नहीं सकता। अगर इसे रोका गया, तो जनता की अदालत है। भावनाएं व्यक्त करने का अधिकार सभी को है, यह भी उन्होंने इस मौके पर स्पष्ट किया। दोपहर में मैंने आपसे कल के बंद के बारे में बात की थी और कुछ निर्देश दिए थे। कल का बंद विकृति के खिलाफ था। हालांकि, न्यायालय ने तुरंत इस बंद पर रोक लगा दी। न्यायालय इतनी तत्परता से काम कर सकता है, यह सराहनीय है। आपने बंद पर तेजी से निर्णय लिया, उसी तत्परता से जो अपराध होते हैं, उन आरोपियों को सजा देने में भी दिखाइए, ऐसा अनुरोध भी उन्होंने किया। महिलाओं पर अत्याचार करने वाले जो दरिंदे हैं, उन पर अंकुश लगाने के लिए हमने यह आंदोलन शुरू किया है। बंद नहीं होगा, लेकिन आंदोलन जारी रहेगा। भविष्य में बंद नहीं करेंगे, ऐसा नहीं है। हड़ताल करना लोकतंत्र का अधिकार है। फिर से कहता हूँ, न्यायालय का निर्णय स्वीकार्य नहीं है। लेकिन न्यायालय का सम्मान करते हुए हम यह निर्णय स्वीकार कर रहे हैं, ऐसा भी उन्होंने कहा।
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